Retirement Age Hike | सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु 60 साल बताई गई थी | जिसकी वजह से रिटायरमेंट आयु हमेशा चर्चा का विषय रही है | एक रिटायरमेंट आयोग के बारे में दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा माया फैसला सुनाया गया है | जिस वजह से लोगों में एक चर्चा का विषय हो गया है | इस फैसला के जरिए कोर्ट बताना चाहती है कि सरकारी कर्मचारियों के लिए रिटायरमेंट की आयु 60 साल होना जरूरी नहीं है | कोर्ट के फैसले की वजह से दिल्ली सरकारी कर्मचारियों के अलावा देश के सभी कर्मचारियों में रिटायरमेंट आगे बढ़ने से लेकर चर्चा शुरू हुई है |
Retirement Age Hike | रिटायरमेंट आयु बढ़ाना क्यों चाहिए ?
1. बढ़ता जीवन काल और स्वस्थ जीवन :
देश में अत्यधिक मेडिकल सुविधा उपलब्ध होने के कारण लोगों का स्वास्थ्य जीवन काल बढ़ रहा है |
2. बढ़ती कार्य क्षमता :
60 उम्र से ज्यादा भी उम्र होने वाले सरकारी कर्मचारी शारीरिक और मानसिक रूप से सक्षम होते हैं | जिसकी वजह से उनकी कार्य क्षमता अच्छी होती है |
Retirement Age Hike | आर्थिक लाभ :
1. स्थिर सैलरी : रिटायरमेंट होने के बाद में भी कुछ लोगों को पेंशन मिलती है और कुछ लोगों को नहीं मिलती | इसकी वजह से लोगों में आर्थिक स्थिरता नहीं होती | रिटायरमेंट के बाद में भी काम करने वाले लोगों के लिए सरकार द्वारा स्थिर सैलरी दी जाती है |
2. पेंशन का फायदा : रिटायरमेंट के बाद में सरकार पेंशन देती है लेकिन अगर रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी काम करेंगे तो सरकार को सिर्फ सैलरी देनी होगी |
3. कर्मचारी का अनुभव : रिटायर होने वाले कर्मचारी अगर काम करेंगे तो संस्था को उनके अनुभव और ज्ञान का फायदा होगा | जिसके वजह से संस्था को कुशल और अनुभवी नेतृत्व मिलेगी |
Retirement Age Hike | दिल्ली कोर्ट का फैसला :
1. 60 वर्ष की आयु रिटायरमेंट की सीमा नहीं : 60 उम्र के बाद में भी सरकारी कर्मचारी मानसिक और शारीरिक रूप से फिट रहते हैं | इसके वजह से वह आगे काम कर सकते हैं |
2. कर्मचारियों का कार्यकाल : सभी सरकारी कार्यालय और संस्थाओं को कर्मचारियों का कार्यकाल ध्यान में रखते हुए उनकी क्षमता और योगदान को पहचान के उनका कार्यकाल बढ़ाने के बारे में सोचना चाहिए |
3. सार्वत्रिक प्रभाव : दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा दिया गया इस फैसला का प्रभाव दिल्ली सरकारी कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण मालूम होता है | इसी तरह से संपूर्ण भारत के सरकारी कर्मचारियों पर का प्रभाव पड़ सकता है |
Retirement Age Hike | हाई कोर्ट के फैसले के फायदे :
1. कर्मचारियों के लिए फायदे :
* आर्थिक फायदा : रिटायरमेंट के बाद में भी कर्मचारी सेवा में बने रहेंगे तो उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी |
* प्रेरणा और संतुष्टि : रिटायर होने वाले कर्मचारियों के पास कार्यकाल का अनुभव होता है जिसका फायदा नहीं कर्मचारियों के लिए भी होगा |
2. सरकारी संस्थाओं के लिए लाभ :
* इस हाई कोर्ट के फैसले की वजह से सरकारी संस्थाओं को अनुभवी कर्मचारी मिलेंगे |
* रिटायर होने के बाद में भी अगर कर्मचारी काम करेंगे तो सरकारी संस्थाओं को फायदा मिलेगा |
3. सामाजिक प्रभाव :
* इस फैसला की वजह से वृद्ध कर्मचारियों की समाज में भागीदारी बनी रहेगी |
Retirement Age Hike | हाई कोर्ट के फैसले के नुकसान :
1. युवाओं के लिए नौकरी की कमी :
* अगर पुराने कर्मचारी रिटायर नहीं होंगे तो नहीं युवाओं को नौकरी में संधि नहीं मिलेगी |
* पद में होने वाली पदोन्नति के कारण युवा वर्ग में असंतोष हो सकता है |
2. शारीरिक और मानसिक कमतरता :
60 साल से ज्यादा उम्र होने वाले व्यक्तियों को उम्र के कारण शारीरिक और मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है | जिसकी वजह से उनके कार्य क्षमता कम हो सकती है |
3. आर्थिक प्रभाव :
रिटायर होने के बाद में भी कर्मचारियों को वेतन देना पड़ेगा | जिसका बोझ उस राज्य की सरकार पर पड़ेगा |
Retirement Age Hike | रिटायरमेंट आगे बढ़ाने के फैसले के बारे में जनमत :
समर्थन में तर्क:
* कर्मचारियों का अनुभव : वरिष्ठ कर्मचारियों का अनुभव के कारण सरकारी संस्थाओं को बेहतरीन फायदा मिलेगा |
* हेल्थ में सुधार : हेल्थ में सुधार रखकर बढ़ती आयु में भी व्यक्ति की कार्य क्षमता बढ़ाई जा सकती है |
Retirement Age Hike | विरोध में तर्क :
* नई पीढ़ी के लिए अवसर की काम करता : अगर पुराने लोग ही काम करते रहेंगे तो नई पीढ़ी के लिए काम का अवसर नहीं मिलेगा |
* कार्यालय में तनाव : ज्यादा उम्र वाले नौकर के लिए उच्च दबाव वाली नौकरियां चुनौती पूर्ण हो सकती है |